बी ए - एम ए >> चित्रलेखा चित्रलेखाभगवती चरण वर्मा
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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न- समेकित अभिगमन की रूपरेखा का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
समेकित अभिगमन की रूपरेखा
प्राथमिक स्तर से ही समेकित अभिगमन को निम्न प्रकार से गठित कर सकते है-
(1) शिक्षा को उत्पादन के साथ जोड़ा जाये।
(2) सामाजिक तथा राष्ट्रीय एकता पर बल देना।
(3) प्रजातन्त्र को संगठित करना।
(4) सामाजिक, नैतिक तथा आध्यात्मिक मूल्यों को विकसित करना।
(5) जिज्ञासा, मनोवृत्ति और मूल्यों द्वारा कौशल का विकास करते हुये समाज का आधुनिकीकरण करना।
इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये कोठारी कमीशन द्वारा अगांकित कार्यक्रम सुझाया गया है-
(1) विज्ञान को विद्यालय शिक्षा का अभिन्न अंग बनाया जाये।
(2) कार्य करने को पाठ्यक्रम के साथ जोड़ा जाए। इसके अन्तर्गत साक्षरता या भाषा-ज्ञान, मानव ज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित तथा प्राकृतिक विज्ञान, अभ्यास तथा समाज सेवा पर विशेष बल दिया जाये।
(3) सामाजिक और राष्ट्रीय एकता के विकास के लिये सामान्य स्कूल प्रणाली 20 वर्ष में विकसित की जाये। समाज तथा राष्ट्र सेवा के लिए स्तरानुसार 60, 30, 20 दिनों के शिविर लगाये जायें।
(4) राष्ट्रीय एकता के विकास हेतु उचित भाषा नीति को अपनाया जाये।
(5) राष्ट्रीय चेतना-भाषा, साहित्य, दर्शन, इतिहास आदि के अध्ययन से जाग्रत की जाए।
(6) शिक्षा का आधुनिकीकरण का प्रयास किया जाए। यह कार्य जिज्ञासा की उत्पत्ति, रुचि के विकास, मूल्यों तथा कौशल की अभिवृद्धि के द्वारा हो सकता है।
(7) सामाजिक, नैतिक तथा आध्यात्मिक मूल्यों का विकास राधाकृष्णन् कमीशन की सिफारिशों के अनुसार किया जाए।
प्राथमिक शिक्षा के समेकित अथवा सर्वतोन्मुखी दृष्टिकोण की व्याख्या इसलिये आवश्यक है क्योंकि इस स्तर की शिक्षा का सीधा सम्बन्ध जनमानस से है। जनमानस का सीधा सम्बन्ध राष्ट्र से है और राष्ट्र चेतना का विकास करना ही शिक्षा का दायित्व है।
वर्तमान समय में भी प्राथमिक, माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा को अलग-अलग माना जाता रहा है जबकि वास्तविकता यह है कि सम्पूर्ण प्रक्रिया एक ही है। वस्तुस्थिति यह है कि शिक्षा के इन तीनों स्तरों के मध्य की सीमा रेखायें स्वयं मानव के द्वारा निर्मित हैं और इनको कभी भी समाप्त किया जा सकता है
इसलिये समस्त पाठ्यक्रम को एक ही आधार पर संगठित करना इस समेकित दृष्टिकोण का लक्ष्य है।
इस प्रकार हम देखते हैं कि प्राथमिक शिक्षा का समेकित अधिगमन केवल प्राथमिक शिक्षा तक सीमित नहीं है, अपितु यह प्राथमिक, माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा के मध्य एक कड़ी है, यह कड़ी सभी स्तरों को एक श्रृंखला में पिरोकर व्यक्तित्व के विकास के समान अवसर प्रदान करता है।
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