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बी ए - एम ए >> चित्रलेखा

चित्रलेखा

भगवती चरण वर्मा

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :128
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 19
आईएसबीएन :978812671766

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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक

प्रश्न- नई शिक्षा नीति - 2020 में स्कूली शिक्षा से सम्बन्धित बिन्दुओं की विवेचना कीजिए।
उत्तर -
स्कूली शिक्षा से सम्बन्धित बिन्दु निम्न हैं -
1. स्कूली शिक्षा पर सभी की एक समान पहुँच - जो छात्र स्कूल छोड़ चुके हैं उनको फिर से मुख्य धारा में शामिल करने के लिए स्कूल के बुनियादी ढाँचे का विकास करना और नवीन शिक्षा केन्द्रों की स्थापना करना है। एन. ई. पी. 2020 के तहत स्कूल से दूर रह रहे लगभग 2 करोड़ बच्चों को मुख्य धारा में वापस लाया जाएगा।
2. नये पाठ्यक्रम का ढाँचा बचपन की देख-रेख और शिक्षा पर जोर देते हुए स्कूली पाठ्यक्रम के 10 + 2 ढाँचे की जगह 5 + 3 + 3 + 4 का पाठ्यक्रम संरचना लागू किया जायेगा, जो कि 3 - 8, 8 - 11, 11 - 14, तथा 14 - 18 वर्ष के बच्चों के लिए है। इसमें अब तक दूर रखे गये 3-6 वर्ष के बच्चों को स्कूली पाठ्यक्रम के तहत लाने का प्रावधान है।
3. प्रारम्भिक बचपन की देखभाल व शिक्षा - NCERT 8 वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए प्रारम्भिक बचपन देखभाल व शिक्षा हेतु एक राष्ट्रीय पाठ्यक्रम व शैक्षणिक ढाँचे का विकास करेगा, जिसके अन्तर्गत एक विस्तृत तथा मजबूत प्रणाली के माध्यम से प्रारम्भिक बचपन देखभाल और शिक्षा मुहैया कराई जायेगी
4. बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान - इनकी प्राप्ति को अत्यन्त जरूरी मानते हुए नई शिक्षा नीति में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के द्वारा बुनियादी साक्षरता तथा संख्यात्मक ज्ञान पर एक राष्ट्रीय मिशन की स्थापना किए जाने पर विशेष जोर दिया गया।
5. व्यावसायिक शिक्षा पर जोर - स्कूलों में 6 से ही व्यावसायिक शिक्षा शुरू होगी और इसमें इंटर्नशिप शामिल होगी। इसी के साथ ही एन. सी. ई. आर. टी. द्वारा स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा 2020-21 को विकसित किया जाएगा।
6. बहुभाषावाद इस नीति के अन्तर्गत कम से कम ग्रेड 5 तक अच्छा हो कि ग्रेड 8 तक और उसके आगे मातृभाषा / स्थानीय भाषा / क्षेत्रीय भाषा को ही शिक्षा के माध्यम रखने पर विशेष जोर दिया जायेगा। यह विकल्प त्रिभाषा के अन्तर्गत होगा, भारत की अन्य भाषायें और साहित्य भी विकल्प के रूप में उपलब्ध होंगे।
7. आकलन में सुधार सभी विद्यार्थी 3, 5, 8 में स्कूली परीक्षायें देंगे जो कि उपयुक्त प्राधिकरण द्वारा संचालित होगी, ग्रेड 10 एवं 12 के लिए बोर्ड परीक्षायें जारी रखी जायेंगी, लेकिन समग्र विकास करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर नया स्वरूप दिया जायेगा।
8. मूल्यांकन केन्द्र - मानक निर्धारण के रूप में एक नया राष्ट्रीय मूल्यांकन केन्द्र को स्थापित किया जायेगा - परख।
9. स्कूली शिक्षा के लिए मानक निर्धारण एवं प्रत्यायन - NEP - 2020 नीति निर्माण तथा अकादमिक मामलों को लेकर एक स्पष्ट, पृथक प्रणाली की परिकल्पना करती है। राज्य केन्द्रशासित प्रदेश स्वतन्त्र, स्टेट स्कूल स्टैण्डर्ड का गठन करेंगे।

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