बी ए - एम ए >> भारत में राष्ट्रवाद भारत में राष्ट्रवादडॉ. शालिनी मिश्रा
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के अनुरूप भारतीय विश्वविद्यालयों के बी.ए. सेमेस्टर-5 के पाठ्यक्रमानुसार
प्रथम संस्करण की भूमिका
इस पुस्तक 'भारत में राष्ट्रवाद' में यू.जी.सी. पाठ्यक्रमानुसार पंचम सेमेस्टर से सम्बन्धित सभी पहलुओं पर गहनता से अध्ययन एवं शोध कर आधुनिक सभी विचारधाराओं को प्रतिबिम्बित किया गया है। इस पुस्तक में सभी तथ्यों को सरल एवं बोधगम्य भाषा में प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक में यह प्रयत्न किया गया है कि घटनाओं से सम्बन्धित सभी तथ्यों का तार्किक ढंग से विश्लेषण प्रस्तुत किया जा सके। प्रत्येक अध्याय को पाठ्यक्रमानुसार वर्णित किया गया है। अध्याय के अन्त में महत्वपूर्ण प्रश्न भी दिये गये हैं।
इस पुस्तक में घटनाओं का विस्तृत एवं सचित्र विवरण विद्यार्थियों को इतिहास समझने एवं उसके आधारभूत तथ्यों के विषय में ज्ञान प्रदान करने के लिये प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक के अन्त में कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का भी समावेश किया गया है जो विद्यार्थियों के लिये बहुत उपयोगी सिद्ध होंगे।
मैं अपने सभी सहयोगियों एवं मित्रों के प्रति आभार व्यक्त करती हूँ जिनके सहयोग एवं प्रोत्साहन से इस पुस्तक का लेखन कार्य पूरा हो सका है। आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास भी है कि यह पुस्तक विद्यार्थियों के लिये उपयोगी सिद्ध होगी।
पुस्तक को उपयोगी बनाने के प्राध्यापक बन्धुओं से सुझाव का स्वागत है। अन्त में मैं पुस्तक प्रकाशन हेतु मैं भारतीय साहित्य संग्रह भी हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ जिन्होंने पुस्तक प्रकाशन में विशेष रुचि ली।
- डॉ. शालिनी मिश्रा
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